7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए एक बड़ी खबर आई है। सरकार के द्वारा प्रस्तावित एक नई वेतन वृद्धि योजना से देशभर के 68 लाख कर्मचारियों और 42 लाख पेंशनर्स को जबरदस्त फायदा होने वाला है। तो, क्या है ये खबर? आइए, इसे विस्तार से जानें।
हाल ही में, कर्मचारियों के लिए एक शानदार अपडेट आया है। सरकार अब कर्मचारियों के वेतन में 3 गुना तक वृद्धि कर सकती है। यह वृद्धि कर्मचारियों के अलावा पेंशनर्स को भी लाभ देगी, और इसे कर्मचारी हित में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। तो, क्या इस बढ़ी हुई वेतन वृद्धि से कर्मचारियों को कितना फायदा होगा, आइए जानें।
वेतन में होने वाली वृद्धि
वर्तमान में, 7वें वेतन आयोग के तहत केंद्रीय कर्मचारियों को 18,000 रुपये का न्यूनतम वेतन दिया जा रहा है। छठे वेतन आयोग के दौरान कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 7,000 रुपये था, और उसमें 158% की वृद्धि की गई थी। अब अगर सरकार इस बार वेतन वृद्धि में 2.86 फिटमेंट फैक्टर लागू करती है, तो कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 186% तक बढ़ सकता है, यानी वेतन ₹51,480 तक पहुंच सकता है! इस मामले पर अभी भी कई चर्चाएं हो रही हैं, लेकिन यह अनुमानित लाभ है।
फिटमेंट फैक्टर क्या है
फिटमेंट फैक्टर दरअसल वह प्रतिशत होता है, जिसे सरकार कर्मचारियों के वेतन को बढ़ाने के लिए लागू करती है। वर्तमान में, 7वें वेतन आयोग में फिटमेंट फैक्टर 2.57 है। अब सरकार ने फिटमेंट फैक्टर को बढ़ाकर 2.86 करने का प्रस्ताव दिया है, जो यदि लागू हुआ, तो कर्मचारियों के वेतन में भारी वृद्धि होगी।
पेंशन में भी होगी जबरदस्त वृद्धि
इस बढ़ी हुई फिटमेंट फैक्टर का असर कर्मचारियों की पेंशन पर भी पड़ेगा। वर्तमान में पेंशनरों को 9,000 रुपये की न्यूनतम पेंशन मिल रही है, लेकिन इस नई योजना के अंतर्गत यह बढ़कर ₹25,000 प्रति माह तक जा सकती है। यही नहीं, यह योजना रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए भी एक बड़ी राहत होगी।
8वें वेतन आयोग की संभावनाएं
बात करें 8वें वेतन आयोग की, तो अभी तक सरकार ने इसको लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन, उम्मीद की जा रही है कि सरकार 2025-26 के बजट में इसका ऐलान कर सकती है। कर्मचारी संगठनों ने इसे लेकर केंद्रीय मंत्रियों और कैबिनेट सचिव से बैठकें की हैं। अगर यह वेतन आयोग बनता है, तो कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में बड़ी वृद्धि देखने को मिल सकती है।
7वें वेतन आयोग का इतिहास
केंद्र सरकार हर 10 साल में एक नया वेतन आयोग बनाती है, हालांकि इसका कोई कानूनी प्रावधान नहीं है। 7वां वेतन आयोग फरवरी 2014 में स्थापित किया गया था और 1 जनवरी 2016 से लागू हुआ था। इसके तहत कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन ₹18,000 कर दिया गया था, और इसके बाद एक करोड़ से अधिक कर्मचारी और पेंशनर्स को इसका फायदा हुआ। अब एक बार फिर सरकार 8वें वेतन आयोग के माध्यम से कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में वृद्धि करने की योजना बना रही है।
यह वेतन वृद्धि क्यों महत्वपूर्ण है
यह वेतन वृद्धि सरकार के कर्मचारियों के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि महंगाई लगातार बढ़ रही है और जीवन-यापन की लागत भी। अगर सरकार यह वृद्धि लागू करती है, तो यह कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत होगी, खासकर उन कर्मचारियों के लिए जो छोटे शहरों और कस्बों में कार्यरत हैं।
कर्मचारी के वेतन में यह वृद्धि न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत जिंदगी में सुधार करेगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी सुधार होगा। एक सरकारी कर्मचारी के पास ज्यादा आय आने से स्थानीय बाजार में भी मांग बढ़ेगी, जिससे विकास की गति तेज हो सकती है।
8वें वेतन आयोग के गठन की उम्मीदें
8वें वेतन आयोग को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक तारीख नहीं दी गई है, लेकिन पूरी उम्मीद है कि इसे जल्दी मंजूरी मिल सकती है। कर्मचारी संघों की तरह-तरह की मीटिंग्स और प्रयास इस ओर इशारा करते हैं कि फरवरी 2025 में इसे लेकर कोई बड़ा ऐलान हो सकता है।
कुल मिलाकर, 8वें वेतन आयोग के तहत वेतन और पेंशन में होने वाली यह वृद्धि केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए एक शानदार अवसर हो सकती है। अगर यह योजना लागू होती है तो कर्मचारियों की वित्तीय स्थिति में सुधार आएगा और वे अपने परिवार और समाज की बेहतरी में योगदान दे सकेंगे। अब बस हमें बजट 2025 का इंतजार है, जब यह ऐलान किया जा सकता है।