LPG Cylinder Price Down : नए साल के साथ एलपीजी उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर आई है। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 14.50 रुपये की कमी की है। ये नई कीमतें 2025 के पहले दिन से लागू हो गईं, जो छोटे व्यापारियों और होटल मालिकों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है।
नई कमर्शियल सिलेंडर की कीमतें
इन बदलावों का असर देश के अलग-अलग शहरों में अलग-अलग तौर पर देखने को मिला। दिल्ली में 19 किलो वाला कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर पहले 1818.50 रुपये का था, अब उसकी कीमत घटकर 1804 रुपये हो गई है। कोलकाता में यह सिलेंडर अब 1966 रुपये में मिलेगा, जबकि पहले इसकी कीमत 1911 रुपये थी। मुंबई में इसमें 16 रुपये की गिरावट हुई है और अब यह 1756 रुपये का हो गया है। पटना में भी यह सिलेंडर 2057 रुपये का होगा, जबकि पहले यह 2072.50 रुपये में मिलता था।
इसके विपरीत, घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतें स्थिर बनी हुई हैं। दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत वैसी की वैसी बनी हुई है। उदाहरण के लिए, दिल्ली में 14 किलो वाला घरेलू सिलेंडर 803 रुपये में मिलेगा। कोलकाता में यह 829 रुपये, मुंबई में 802.50 रुपये, और चेन्नई में 818.50 रुपये का है।
2024 में कमर्शियल एलपीजी की कीमतों का उतार-चढ़ाव
साल 2024 के दौरान कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कई बार उतार-चढ़ाव देखा गया। जनवरी में इसकी कीमत 1755.50 रुपये थी, लेकिन दिसंबर तक यह बढ़कर 1818.50 रुपये हो गई। इससे साफ पता चलता है कि एलपीजी की कीमतें वैश्विक बाजार और स्थानीय मांग के अनुसार बदलती हैं। इसलिए, एलपीजी की कीमतों में हो रहे उतार-चढ़ाव के लिए अंतरराष्ट्रीय तेल बाजार के दामों और अन्य खर्चों का असर देखा जा सकता है।
वैश्विक बाजार का प्रभाव
एलपीजी की कीमतें वैश्विक बाजार में तेल और गैस की कीमतों पर निर्भर करती हैं। तेल की कीमतें, परिवहन लागत, और उत्पादन के खर्चों का सीधा असर घरेलू और कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमतों पर पड़ता है। यदि वैश्विक बाजार में बदलाव होते हैं तो एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में भी उतार-चढ़ाव आ सकता है।
छोटे व्यापारियों के लिए राहत
कमर्शियल सिलेंडर की कीमत में आई यह कमी छोटे व्यापारियों और होटलों के लिए खुशखबरी है। रेस्टोरेंट्स, कैफे और छोटे होटल्स वाले जो कमर्शियल एलपीजी का उपयोग करते हैं, उनके लिए यह बदलाव उनके दैनिक खर्चे को कम करने में मदद करेगा। सिलेंडर की कीमत में कमी से इन व्यवसायों के संचालन खर्च में कटौती होगी और इसके चलते मुनाफा बढ़ने की उम्मीद है।
सरकार की नीतियां और उपभोक्ताओं का लाभ
सरकार एलपीजी की कीमतों में बदलाव करती रहती है ताकि उपभोक्ताओं को कुछ राहत मिल सके। इन बदलावों के जरिए महंगाई को काबू में रखने और लोगों की खरीदारी क्षमता को बनाए रखने की कोशिश की जाती है। एलपीजी पर नीति में बदलाव की स्थिति उपभोक्ताओं के लिए फायदे की साबित हो सकती है, क्योंकि इसमें सरकार का उद्देश्य आम जनता को महंगी चीजों से बचाने के लिए दामों में राहत देना है।
भविष्य में क्या हो सकता है
एलपीजी की कीमतों का उतार-चढ़ाव भविष्य में भी जारी रह सकता है, क्योंकि तेल और गैस की कीमतों में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। अगर वैश्विक ऊर्जा बाजार में स्थिरता आती है, तो इससे एलपीजी की कीमतों पर भी असर पड़ सकता है और उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है। सरकार आगामी समय में घरेलू और कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर पर नई सब्सिडी नीति लाने पर विचार कर सकती है, जो आम नागरिकों और छोटे व्यापारियों के लिए और भी राहत देने वाली हो सकती है।
अंत में कहें तो, 2025 के नए साल में एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में आए इस बदलाव ने छोटे व्यापारियों और होटल मालिकों के लिए राहत की घड़ी दी है। हालांकि, एलपीजी की कीमतें वैश्विक बाजार पर आधारित होती हैं, इसलिए समय-समय पर इसमें बदलाव आता रहेगा। लेकिन सरकार और कंपनियों की ओर से उपभोक्ताओं को राहत देने की दिशा में यह एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।