Gold Silver Price : 31 दिसंबर 2024 को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई, जिससे खरीदारी करने वालों के लिए यह सही मौका बन सकता है। 24 कैरेट सोने का भाव ₹76,194 प्रति 10 ग्राम और चांदी का ₹87,175 प्रति किलोग्राम है। विशेष रूप से, 18 कैरेट सोने की कीमत ₹57,146 तक गिर गई है। जानिए सोने की कीमतों में घटाव के कारण और इस मौके का कैसे फायदा उठाया जा सकता है।
सोने की कीमतों में गिरावट (Gold Prices Drop)
सोने की कीमतें 31 दिसंबर 2024 को गिरकर ₹76,194 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गईं। यह गिरावट सप्ताहभर से चल रहे बदलावों का हिस्सा है। वहीं चांदी का दाम भी ₹87,175 प्रति किलोग्राम रहा। ये कीमतें बाजार खुलने तक स्थिर रहीं। यदि हम बात करें कीमतों की घटाव की वजह तो कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारक इस बदलाव के जिम्मेदार होते हैं। रुपये की कमजोरी, वैश्विक बाजार की अस्थिरता, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डॉलर की मजबूती भी इन कीमतों पर असर डालती है।
शहरों में सोने की कीमतों में मामूली अंतर
देशभर के बड़े शहरों में सोने के दामों में मामूली फर्क देखा गया। खासकर 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमतों में कुछ बदलाव हुआ है। मुंबई और चेन्नई में 24 कैरेट सोने का दाम ₹77,350 रहा, जबकि दिल्ली और जयपुर में यह ₹77,500 पर कारोबार कर रहा था। अन्य शहरों जैसे अहमदाबाद, कोलकाता, पटना, लखनऊ में भी यह थोड़े-थोड़े दामों के साथ ट्रेड हो रहा था।
इसलिए जब आप सोने की खरीदारी करने जाएं, तो बेहतर होगा कि आप नजदीकी दुकान से तुलना करें।
हॉलमार्क और सोने की शुद्धता
जब भी सोना खरीदें, उसकी हॉलमार्क चेक करना जरूरी होता है। हॉलमार्क (Hallmark) के द्वारा आप सोने की शुद्धता का सही अंदाजा लगा सकते हैं। सोने में हॉलमार्क की शुद्धता अलग-अलग प्रकार की होती है और इसे ध्यान में रखते हुए आपको खरीदारी करनी चाहिए।
- 999 हॉलमार्क – 99.9% शुद्धता
- 916 हॉलमार्क – 91.6% शुद्धता
- 750 हॉलमार्क – 75% शुद्धता
- 585 हॉलमार्क – 58.5% शुद्धता
सोने के गहनों में हॉलमार्क जांचना एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह आपको यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि आपके द्वारा खरीदा गया सोना असली और शुद्ध है।
सोने और चांदी की कीमतें कैसे तय होती हैं?
सोने और चांदी की कीमतें कई पहलुओं पर निर्भर करती हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार, डॉलर की कीमत, रुपये की स्थिति और वैश्विक घटनाएं इन कीमतों को प्रभावित करती हैं।
- अंतरराष्ट्रीय बाजार: अमेरिकी डॉलर की कीमत और वैश्विक राजनीतिक स्थिरता सोने की कीमतों को प्रभावित करती है
- स्थानीय मांग: त्योहारों और शादियों का सीजन होने पर सोने की मांग बढ़ जाती है, जो कीमतों को ऊपर उठाती है
- रुपया की स्थिति: जब रुपये की कीमत कमजोर होती है, तब सोने का दाम ज्यादा हो जाता है
- फेडरल रिजर्व की नीतियां: वैश्विक ब्याज दरें और आर्थिक नीतियों का सीधा असर सोने-चांदी के दामों पर पड़ता है
क्या नया साल सोने की कीमतों को बढ़ा सकता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले वर्ष में सोने की कीमतों में तेजी आ सकती है। इसके कई कारण हैं: वैश्विक अस्थिरता, रूस-यूक्रेन संघर्ष, और मध्य पूर्व में बढ़ती तनातनी सोने की मांग को बढ़ा सकती है। इसके अलावा, सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की बढ़ती लोकप्रियता भी कीमतों में इजाफा कर सकती है।
अर्थव्यवस्था में उतार-चढ़ाव के कारण लोग सोने को अपने निवेश का सुरक्षित माध्यम मानते हैं, जो इसकी कीमत को ऊपर ले जाता है। अगर आप सोने में निवेश करने का विचार कर रहे हैं, तो यह समय उपयुक्त हो सकता है, क्योंकि कीमतें अभी स्थिर हैं और आने वाले वक्त में बढ़ सकती हैं।
अगर आप सोना खरीदने का सोच रहे हैं, तो यह एक अच्छा मौका हो सकता है, खासकर 18 कैरेट सोने के लिए, जिसकी कीमत ₹57,146 प्रति 10 ग्राम है। हालांकि, सोने के भाव में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में सोने में निवेश करना एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। सोने की शुद्धता और हॉलमार्क चेक कर खरीदारी करें, ताकि आपको सही कीमत मिले और आपके पैसे का सही इस्तेमाल हो सके।