DA Hike New Update : केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए साल 2025 की शुरुआत खुशियों भरी हो सकती है। महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) में जनवरी 2025 से फिर से बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। मौजूदा समय में कर्मचारियों को 53% डीए का फायदा मिल रहा है, जो जनवरी 2025 से बढ़कर 56% हो सकता है। इस बार यह 3% की बढ़ोतरी का अनुमान है, लेकिन आंकड़े आने के बाद ही पूरी तस्वीर साफ हो सकेगी।
महंगाई भत्ता बढ़ने के पीछे का गणित
महंगाई भत्ता बढ़ाने का निर्णय अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI) के आंकड़ों पर आधारित होता है। जुलाई से अक्टूबर 2024 के डेटा के हिसाब से डीए 55% तक पहुंच चुका है। नवंबर और दिसंबर 2024 के आंकड़े जारी होने के बाद यह तय होगा कि डीए 3% बढ़ेगा या 4%। अगर यह 3% बढ़ा तो डीए 56% होगा, और अगर 4% बढ़ा, तो यह 57% हो जाएगा।
कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन में कैसे होगा इजाफा
इस डीए बढ़ोतरी का सीधा फायदा कर्मचारियों की सैलरी और पेंशन पर पड़ेगा। उदाहरण के तौर पर:
- मिनिमम सैलरी (₹18,000): 3% बढ़ने पर ₹540 की बढ़ोतरी होगी
- मैक्सिमम सैलरी (₹2,50,000): 3% डीए बढ़ने पर ₹7,500 तक का इजाफा होगा
पेंशनभोगियों को भी इसका लाभ मिलेगा। जिनकी पेंशन न्यूनतम ₹9,000 है, उनकी पेंशन में ₹270 का इजाफा हो सकता है, जबकि अधिकतम ₹1,25,000 पाने वालों को ₹3,750 का फायदा होगा।
कब और कैसे किया जाता है डीए में बदलाव
केंद्र सरकार हर साल दो बार डीए ( Dearness Allowance ) और डीआर की समीक्षा करती है—एक जनवरी और दूसरी जुलाई में। इसकी घोषणा क्रमशः मार्च और अक्टूबर के आसपास होती है। पिछले साल भी ऐसा ही हुआ:
- जनवरी 2024: डीए में 4% बढ़ोतरी, जिससे यह 50% से 54% हो गया
- जुलाई 2024: इसमें फिर 3% की वृद्धि हुई और यह 53% पर पहुंच गया
अब जनवरी 2025 से अगली वृद्धि होगी, जिसकी आधिकारिक घोषणा आमतौर पर बजट के बाद मार्च में होती है।
डीए की गणना कैसे की जाती है
डीए बढ़ोतरी का कैलकुलेशन CPI-IW (औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) के पिछले 12 महीनों के औसत आंकड़ों के आधार पर होता है। इसके लिए यह फॉर्मूला इस्तेमाल होता है:
DA% = [(AICPI (Base Year 2001 = 100) का 12 महीने का औसत – 115.76)/115.76] × 100
महंगाई भत्ते का असर जीवन पर
डीए बढ़ने से सैलरी और पेंशन में हुई वृद्धि के चलते कर्मचारी और पेंशनभोगी महंगाई का बेहतर सामना कर सकते हैं। यह न सिर्फ उनकी जेब में ज्यादा पैसा डालता है, बल्कि उनकी वित्तीय सुरक्षा को भी मजबूत करता है।
जनवरी 2025 की इस वृद्धि के बाद उम्मीद है कि केंद्र सरकार के करीब 48 लाख कर्मचारियों और 68 लाख पेंशनर्स को राहत मिलेगी। खासकर बजट 2025-26 के बाद होने वाला यह ऐलान उन्हें होली के आसपास एक और खुशी दे सकता है।
तो कुल मिलाकर, नए साल की शुरुआत में केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए महंगाई भत्ते का यह तोहफा बड़ा फायदेमंद होने वाला है। अब सबकी निगाहें दिसंबर 2024 के आंकड़ों और मार्च 2025 की घोषणा पर टिकी हुई हैं।