Free Ration New Update 2025: अगर आप मुफ्त राशन पर निर्भर हैं, तो आपके लिए एक शानदार खबर है! सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) को अगले 5 सालों तक बढ़ाने का फैसला लिया है। यानी 1 जनवरी 2024 से लेकर 31 दिसंबर 2028 तक करीब 81 करोड़ लोग मुफ्त राशन पाते रहेंगे। इससे गरीब परिवारों को बहुत बड़ी राहत मिलने वाली है।
PMGKAY की शुरुआत अप्रैल 2020 में कोविड-19 के दौरान हुई थी, ताकि गरीबों को खाने के लिए जरूरी चीजें मिल सकें। अब इसे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के साथ जोड़कर लंबे समय तक जारी रखने का फैसला लिया गया है, ताकि लाखों परिवारों को मुफ्त राशन मिलता रहे।
PMGKAY क्या है?
PMGKAY एक सरकारी योजना है, जो गरीब परिवारों को मुफ्त राशन देती है। इस योजना के तहत:
- अंत्योदय अन्न योजना (AAY) के लाभार्थियों को हर परिवार को 35 किलो अनाज मिलता है।
- प्राथमिकता वाले परिवार (PHH) को हर सदस्य को 5 किलो अनाज मिलता है।
- यह राशन, पहले से मिलने वाले सब्सिडी वाले राशन के अलावा है।
PMGKAY योजना का विस्तार: मुख्य बातें
- इस योजना को 5 साल के लिए बढ़ा दिया गया है (1 जनवरी 2024 से 31 दिसंबर 2028 तक)।
- करीब 81 करोड़ लोग इसका फायदा लेंगे।
- भारत सरकार ₹11.80 लाख करोड़ इस दौरान खर्च करने वाली है
- यह योजना NFSA के तहत लागू होगी।
- फ्री अनाज PDS (Public Distribution System) के जरिए दिया जाएगा।
किसे मिलेगा मुफ्त राशन?
PMGKAY के तहत ये लोग मुफ्त राशन पाने के हकदार होंगे:
- अंत्योदय अन्न योजना (AAY) के कार्डधारक
- प्राथमिकता वाले परिवार (PHH) के कार्डधारक
- NFSA के तहत योग्य लाभार्थी
- SECC 2011 में शामिल परिवार
- और कुछ अन्य पात्र परिवार
किसे नहीं मिलेगा मुफ्त राशन?
कुछ लोग इस योजना के तहत मुफ्त राशन नहीं ले सकेंगे। इनमें शामिल हैं:
- जिनके पास राशन कार्ड नहीं है।
- जो NFSA या SECC के शामिल योग्य नहीं हैं।
- हाई-इनकम वाले परिवार।
- सरकारी कर्मचारी (कुछ राज्यों में अलग नियम हो सकते हैं)।
- जिन्होंने खुद से राशन कार्ड छोड़ दिया हो।
PMGKAY के तहत मिलने वाला राशन
इस योजना के तहत, ये अनाज मुफ्त में दिए जाएंगे:
- चावल
- गेहूं
- मोटे अनाज (जैसे बाजरा, ज्वार आदि)
कितनी मात्रा मिलेगी
- AAY परिवारों को 35 किलो प्रति माह।
- PHH परिवारों को 5 किलो प्रति सदस्य प्रति माह।
PMGKAY का महत्व
PMGKAY ने गरीब परिवारों पर अच्छा असर डाला है:
- खाद्य सुरक्षा: लाखों लोगों को अच्छा खाना मिल रहा है।
- आर्थिक राहत: राशन पर कम खर्च हो रहा है।
- पोषण: बच्चों और महिलाओं के लिए पोषण में सुधार हुआ है।
- गरीबी कम करना: भूख और कुपोषण को कम करने में मदद मिल रही है।
- सामाजिक सुरक्षा: कमजोर वर्गों को मदद मिल रही है।
PMGKAY कैसे काम करता है?
इस योजना को लागू करने के लिए ये कदम उठाए जाते हैं:
- लाभार्थियों की पहचान करना
- राशन कार्ड बनवाना
- अनाज की खरीद और स्टॉक करना
- बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद वितरण करना
- डिजिटल रिकॉर्ड बनाए रखना
One Nation One Ration Card
PMGKAY को एक देश, एक राशन कार्ड योजना से जोड़ा गया है। इससे:
- Beneficiaries देश के किसी भी हिस्से से राशन ले सकते हैं।
- प्रवासी श्रमिकों को फायदा हो रहा है।
- राशन वितरण में पारदर्शिता बढ़ी है।
PMGKAY का भविष्य
इस योजना के पांच साल के विस्तार से:
- गरीब परिवारों को लंबी अवधि तक सहायता मिलेगी।
- खाद्य सुरक्षा मजबूत होगी।
- पोषण में सुधार होगा।
- आर्थिक विकास में मदद मिलेगी।
PMGKAY से जुड़ी कुछ समस्याएं
इस योजना को लागू करते वक्त कुछ चुनौतियां भी आ सकती हैं:
- बड़े पैमाने पर अनाज खरीदने और स्टोर करने की समस्या।
- वितरण प्रणाली में किसी तरह की लीक रोकना।
- लाभार्थियों की सही पहचान करना।
- सरकार के बजट पर अतिरिक्त दबाव।
आखिरकार, PMGKAY का बढ़ाया जाना गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी राहत है। इससे भूख और कुपोषण से लड़ने में मदद मिलेगी और गरीब परिवारों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। हालांकि, इसे सफल बनाने के लिए सरकार को सुनिश्चित करना होगा कि राशन सही लोगों तक पहुंचे और वितरण में कोई भ्रष्टाचार न हो।