Today Gold Price : नए साल के तीसरे दिन आज सोने के दामों में गिरावट देखने को मिली है। 22 कैरेट सोने के दाम में 300 रुपये तक की गिरावट आई है, वहीं 24 कैरेट सोने का दाम 330 रुपये गिर गया है। इस समय भारत के बड़े शहरों में 24 कैरेट गोल्ड का औसत दाम 78,400 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट गोल्ड का दाम 71,900 रुपये के आसपास चल रहा है।
दिल्ली में सोने के दाम में गिरावट
अगर दिल्ली की बात करें तो यहां सोने की कीमतें बढ़ी हैं। गुरुवार को 79,390 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जबकि आज यह गिरकर 79,000 रुपये तक पहुंच चुका है। ऐसा ही ट्रेंड नोएडा, गाजियाबाद और जयपुर जैसे शहरों में भी देखने को मिला है, जहां गोल्ड के दाम बढ़े हैं।
चांदी की कीमतों में स्थिरता
चांदी के दामों में इस समय कोई खास बदलाव नहीं आया है। एक किलोग्राम चांदी का दाम देश भर में 90,500 रुपये के करीब चल रहा है, हालांकि दिल्ली में चांदी का दाम थोड़ा गिरकर 90,230 रुपये पर पहुंच गया है।
सोने के दामों में इस गिरावट के कारण क्या हैं
सोने की कीमतों में ये गिरावट दो मुख्य कारणों से हो रही है। पहला, अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों में हल्की मजबूती आई है और दूसरा, भारतीय बाजार में निवेशकों की बढ़ती डिमांड है। अमेरिकी डॉलर की कमजोरी और कॉमेक्स मार्केट में सोने का 2,640 डॉलर प्रति औंस से ऊपर जाना भी इस तेजी का एक कारण बन सकता है।
रुपये की कमजोरी का असर
भारतीय रुपया भी कुछ कमजोर पड़ा है, जिसकी वजह से सोने के दामों पर इसका असर पड़ा है। जब रुपये की वैल्यू गिरती है, तो सोने की कीमतें स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती हैं। वहीं, अमेरिका के बेरोजगारी डेटा और PMI जैसे आर्थिक आंकड़े भी बाजार पर प्रभाव डाल रहे हैं।
सोने के दाम कैसे तय होते हैं
सोने की कीमतें मुख्य तौर पर स्थानीय डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करती हैं। खासकर त्योहारों और शादी के सीजन में गोल्ड के दामों में तेजी देखने को मिलती है, क्योंकि इन मौकों पर लोग ज्यादा सोना खरीदते हैं। इसके अलावा, सोने के दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी अहम भूमिका निभाते हैं। अगर दुनिया भर में सोने की कीमतें बढ़ रही होती हैं, तो इसका असर भारत पर भी पड़ता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
जब हम सोने की कीमतों की बात करते हैं, तो हमें यह भी ध्यान में रखना होता है कि यह कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार पर भी निर्भर करती हैं। जैसे अमेरिका की आर्थिक स्थिति, फेडरल रिजर्व की नीतियां, और डॉलर की स्थिति जैसी बातें इन दामों को प्रभावित करती हैं।
निवेशकों का रुझान
हालांकि सोना सिर्फ एक कीमती धातु नहीं है, बल्कि यह एक सुरक्षित निवेश भी माना जाता है। जब आर्थिक हालत अस्थिर होती है या बाज़ार में घबराहट होती है, तो निवेशक सोने को एक सुरक्षित विकल्प मानते हुए उसमें निवेश करते हैं, जिससे सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी होती है।
आने वाले समय में सोने की कीमतें क्या रहेंगी
विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले समय में सोने के दामों में और बढ़ोतरी हो सकती है। फेडरल रिजर्व की नीतियों और अमेरिकी डॉलर की स्थिति पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। साथ ही, अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दामों में कोई और मजबूती आती है तो इसका सीधा असर भारतीय बाजार में भी दिखेगा।
इसलिए, अगर आप सोना खरीदने की सोच रहे हैं तो अब की कीमतें काफी अच्छी लग सकती हैं, लेकिन यह भी याद रखें कि सोने की कीमतें आने वाले समय में और चढ़ सकती हैं।