Toll Tax free : अगर आप हाईवे पर यात्रा करते हैं तो आपके लिए खुशखबरी है! सरकार ने हाल ही में एक नया नियम लागू किया है, जिसके तहत अब 20 किलोमीटर तक की यात्रा पर टोल टैक्स नहीं लगेगा। यह फैसला वाहन मालिकों को राहत देने के लिए लिया गया है, खासकर उन लोगों के लिए जो नियमित रूप से सड़क पर सफर करते हैं। इस कदम से न केवल यात्रा सस्ती होगी, बल्कि टोल टैक्स की परेशानियों से भी छुटकारा मिलेगा।
मिडल क्लास के लिए बड़ी खुशखबरी
आजकल कार किसी भी मिडल क्लास परिवार के लिए जरूरी बन गई है। महंगे पेट्रोल और डीजल के साथ-साथ कार की ईएमआई भी हर महीने एक बोझ होती है। और उस पर टोल टैक्स का दवाब और बढ़ा देता था। ऐसे में ये नया निर्णय एक राहत की तरह साबित होगा। खासकर उन लोगों के लिए जो रोज़ हाईवे या एक्सप्रेसवे से सफर करते हैं। अब उन्हें न केवल टोल टैक्स से छुटकारा मिलेगा, बल्कि यात्रा करना भी सस्ता और आसान हो जाएगा।
टैक्सी और कमर्शियल वाहनों के लिए नहीं मिलेगा लाभ
हालांकि इस फैसले का फायदा सभी को नहीं होगा। सिर्फ निजी (नॉन-कमर्शियल) वाहनों को ही यह सुविधा मिलेगी। मतलब जो टैक्सी चालक हैं या जो वाहन व्यापारिक उद्देश्य के लिए इस्तेमाल करते हैं, उन्हें इस राहत का लाभ नहीं मिलेगा। तो अगर आप टैक्सी चालक हैं या आपके पास एक कमर्शियल वाहन है, तो यह सुविधा आपके लिए नहीं है।
20 किलोमीटर तक टोल फ्री
नई योजना के तहत, अगर आप हाईवे या एक्सप्रेसवे पर 20 किलोमीटर तक यात्रा करते हैं, तो आपको कोई टोल टैक्स नहीं देना होगा। यह व्यवस्था दोनो दिशाओं के लिए लागू होगी। तो अगर आपका घर किसी टोल बूथ के पास है और आप रोज़ किसी कारणवश उससे गुजरते हैं, तो आपको उस टोल टैक्स से राहत मिल जाएगी। उदाहरण के तौर पर, अगर आप अपने घर से 10 किलोमीटर तक सफर करते हैं और फिर वापस लौटते हैं, तो आपको टोल टैक्स की चिंता करने की ज़रूरत नहीं होगी।
कैसे काम करेगा यह सिस्टम
यह नया टोल टैक्स सिस्टम ‘ग्लोबल नेविगेशन सेटेलाइट सिस्टम’ (GNSS) के आधार पर काम करेगा। यह सेटेलाइट ट्रैक करेगा कि आपकी गाड़ी ने कितनी दूरी तय की है। अगर यह दूरी 20 किलोमीटर से कम होती है, तो आपको टोल टैक्स नहीं देना पड़ेगा। यह पूरी प्रणाली सिर्फ आपकी यात्रा के हिसाब से काम करेगी। यानी अगर आप 20 किलोमीटर से ज्यादा चलते हैं, तो उसी दूरी के हिसाब से आपको टोल टैक्स चुकाना होगा।
इसके साथ-साथ, अगर आपकी गाड़ी में पहले से FASTag लगा हुआ है, तो यह नई तकनीक भी FASTag के साथ काम करेगी। यानी आपको फिर से रुककर टोल टैक्स देने के लिए लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा, सब कुछ स्वतः होगा और काफी तेज़ी से।
पायलट प्रोजेक्ट का चलना
सिस्टम को पूरी तरह से लागू करने से पहले, मंत्रालय ने दो जगहों पर पायलट प्रोजेक्ट चलाया है। यह प्रोजेक्ट कर्नाटका में NH-275 के बेंगलुरु-मैसूर सेक्शन और हरियाणा में NH-709 के पानीपत-हिसार सेक्शन पर चल रहे हैं। इन दोनों जगहों पर इस नई तकनीक को आज़माया जा रहा है, और जल्द ही इसे अन्य हाईवे पर भी लागू किया जाएगा।
इसका फायदा क्या होगा
अगर आप प्रतिदिन सफर करते हैं, तो यह नई योजना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। आपको लंबी यात्रा करने के बजाय छोटी दूरी के लिए टोल टैक्स देने की चिंता नहीं होगी। और यदि आपका रास्ता 20 किलोमीटर से कम है तो आप बिना किसी बाधा के आसानी से यात्रा कर सकते हैं। यह वाहन मालिकों के लिए एक बड़ा कदम है, जो वित्तीय दृषटिक से उन्हें राहत देगा और साथ ही यात्रा को भी ज्यादा सुखद बनाएगा।
नए टोल टैक्स नियम न सिर्फ वाहन मालिकों के लिए राहत लेकर आएंगे, बल्कि सड़क पर यातायात को भी एक तरह से बेहतर बनाएंगे। जो लोग रोज़ाना लंबी दूरी तय करते हैं, उनके लिए यह सिस्टम काफी मददगार साबित होगा। जबकि अभी कुछ समय लगेगा इसे पूरी तरह से लागू होने में, लेकिन यह कदम आने वाले समय में काफी प्रभावी साबित होने वाला है।